चलो हम सब मिल साथ चलें
किसी के घर में आग लगी
तू दौड़कर आग बुझाएगा।
इंसान होने का परिचय देगा
तभी तू महान कहलाएगा।
राम रहीम में फर्क किया तो
व्यर्थ ही जीवन बीतेगा।
आज उसका घर है उजड़ रहा
कल तेरा भी उजड़ेगा।
तू सच्चा इन्सान है तो
न जाति-धर्म में उलझेगा।
मतलबपरस्त लोगों से तुम
नाता तोड़ कर रखेगा।
सब इंसान अपना ही है
अगर इतनी सी बात न समझेगा।
नरक बनाओगे जीवन को
लड़कर तू मर जायेगा।
मानव होकर मानव को ही
अगर तुम दुश्मन बनाएगा।
याद रखो इतिहास तुम्हें
दुष्ट-दानव ही कहकर पुकारेगा।
चलो हम सब मिल साथ चलें
मानवता पुष्पित हो जायेगा।
किसी के घर में आग लगी
तू दौड़कर आग बुझाएगा।
— अमरेन्द्र कुमार