गजल
याद जब भी आते हैं
जाने वाले प्यारे लोग
बेगाने में थे कुछ तो
कुछ अजीज हमारे लोग
अक्सर हमें समझाते थे
जब भी खोया हुआ मुझे पाते थे
जिंदगी जीने को कम है
बंता दे मुझे तुझे किस बात का ग़म है
हमसे मिलकर के तुम हंस तो सकते हो
— अभिषेक जैन
याद जब भी आते हैं
जाने वाले प्यारे लोग
बेगाने में थे कुछ तो
कुछ अजीज हमारे लोग
अक्सर हमें समझाते थे
जब भी खोया हुआ मुझे पाते थे
जिंदगी जीने को कम है
बंता दे मुझे तुझे किस बात का ग़म है
हमसे मिलकर के तुम हंस तो सकते हो
— अभिषेक जैन