क्षणिका

भरोसे में असहज उपाय

बचपन में ‘नर्स’ को
देखकर
यह समझ में आया
कि वो किसी की बीवी
या पत्नी
कभी नहीं
बन सकती थी,
क्योंकि सबकोई उसे
‘सिस्टर’ जो कहते थे !
××××
जिंदगी के सफर में
गुजर जाते हैं
जो मकाम;
वो फिर नहीं आते !
××××
जिस डॉक्टर का चेहरा
मुस्कराता हुआ है,
उसे देख रोगी
ऐसे ही
ठीक हो जाते हैं !
××××
हर दिन
कई-कई
अनुभवों को लेकर
आते हैं !
हर दिन
हमारी परीक्षाएँ होती हैं !
कभी मैं फेल हो जाता हूँ,
तो कभी मेरे मित्र !
××××
तनाव कम करने का
सहज उपाय है-
मुस्कराना !
एतदर्थ,
मुस्कराइए…
क्योंकि
‘इट कॉस्ट यू नथिंग !’
××××
दिनभर और अबतक
शारीरिक कष्ट में हूँ,
बावजूद तनाव में नहीं हूँ,
क्योंकि तनाव से
ब्लडप्रेशर बढ़ता है,
जो आदमी को
चिड़चिड़ा बना देता है !
××××
ज़िंदगी में सबसे ज्यादा
अविश्वास
उनसे मिली है,
अपने इन 46 सालों में
किसी के साथ तक
नहीं किया है!
××××

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.