कविता

महात्मा का जन्म और प्रेम की सार्थकता

मोहनदास करमचंद गाँधी” का जन्म
भले ही गुजरात, सौराष्ट्र में हुआ था,
किन्तु “महात्मा गाँधी” का जन्म
बिहार में हुआ था !
“मजनूँ का टीला”
एक जगह का नाम है,
किन्तु वहाँ लैलाओं की सम्मान में
कोई स्मारक नहीं है !
आज एक मित्र ने
मुझे ऐसा ही बताए !
आज चाँद इतनी उदास है क्यों ?
आसमाँ में अकेली मुझे ही निहार रही..
मुझे तो धरती पर की कोई चाँद चाहिए..
मेरी चाँद ! मेरी सलोनी चाँद !
प्रेम की सार्थकता,
प्रेम करते रहने में है;
प्रेम तो निभाने में स्थित है,
पाने में इनकी रुचि नहीं है !
ईश्वर से लड़नेवाले
नामवर जी आज भी
इनसे किसी दुआ की
अपेक्षा नहीं रखते!
वे अविराम लोचा हैं,
शीघ्र ही नीम अंधेरे से
बाहर निकल आएंगे !
पर आए नहीं।

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.