श्रीराम
राम-राम मेरे श्रीराम,
नमन तुम्हें मेरा शत बार ।
दर्शन तुम्हारा मेरा त्यौहार ।।
राम-राम मेरे श्रीराम,
गढ़ता हूं सुंदर छवि मन में ।
मिले कृपा प्रभु जीते तन में ।।
राम-राम मेरे श्रीराम,
सुनिए मेरी करुण पुकार ।
मुझ पर है पापों की मार ।।
राम-राम मेरे श्रीराम,
नमन तुम्हे मेरा शत बार।
करो मेरे हृदय में अवतार ।।
राम-राम मेरे श्रीराम,
तुम दया- धर्म के सागर ।
तुम संसार के पालनहार ।।
राम-राम मेरे श्रीराम,
मेरी पूर्ण करो अभिलाषा ।
मैं अमृतमयी दर्शन का प्यासा ।।
— मुकेश कुमार ऋषि वर्मा