भजन/भावगीत

श्रीराम

राम-राम मेरे श्रीराम,
नमन तुम्हें मेरा शत बार ।
दर्शन तुम्हारा मेरा त्यौहार ।।
राम-राम मेरे श्रीराम,
गढ़ता हूं सुंदर छवि मन में ।
मिले कृपा प्रभु जीते तन में ।।
राम-राम मेरे श्रीराम,
सुनिए मेरी करुण पुकार ।
मुझ पर है पापों की मार ।।
राम-राम मेरे श्रीराम,
नमन तुम्हे मेरा शत बार।
करो मेरे हृदय में अवतार ।।
राम-राम मेरे श्रीराम,
तुम दया- धर्म के सागर ।
तुम संसार के पालनहार ।।
राम-राम मेरे श्रीराम,
मेरी पूर्ण करो अभिलाषा ।
मैं अमृतमयी दर्शन का प्यासा ।।
— मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

नाम - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा एम.ए., आई.डी.जी. बाॅम्बे सहित अन्य 5 प्रमाणपत्रीय कोर्स पत्रकारिता- आर्यावर्त केसरी, एकलव्य मानव संदेश सदस्य- मीडिया फोरम आॅफ इंडिया सहित 4 अन्य सामाजिक संगठनों में सदस्य अभिनय- कई क्षेत्रीय फिल्मों व अलबमों में प्रकाशन- दो लघु काव्य पुस्तिकायें व देशभर में हजारों रचनायें प्रकाशित मुख्य आजीविका- कृषि, मजदूरी, कम्यूनिकेशन शाॅप पता- गाँव रिहावली, फतेहाबाद, आगरा-283111