हाइकु
दुष्टों की वाणी
जहर सी अप्रिय
अशांत मन
साँप से दूरी
सावधानी जरूरी
अनर्थ न हो।
चूहा चरित्र
बुराई ही बुराई
खल प्रकृति
— निर्मल कुमार दे
दुष्टों की वाणी
जहर सी अप्रिय
अशांत मन
साँप से दूरी
सावधानी जरूरी
अनर्थ न हो।
चूहा चरित्र
बुराई ही बुराई
खल प्रकृति
— निर्मल कुमार दे