जुनून
आदमी अपनी हद से निकलकर पार करने की कोशिश करता है अपनी ही परिधि या फिर कोई अंतस की चिंगारी
Read Moreजिंदगी की घड़ी से वक्त का एक कोना काट दिया है मैंने ठीक वैसे जैसे तेरी यादों का एक एक
Read Moreबदबूदार गलीच के बीच से कानों तक गूँजती है कुछ सिसकियाँ फिर किसी स्त्री – पुरूष ने अपनी जिस्मानी हवस
Read Moreआज भी अलमारी के पुरानी किताबों के बीच दफन है कुछ पुराने खत जो लिखे तो सही मैने लेकिन कभी
Read Moreहै रिश्ता उनसे दिल का, बस जिस्मानी नहीं है कतरा कतरा मेरी सांसो में वो शामिल है वो है मेरी
Read Moreबाल मन पर वृषभ कंधे है मुफलिसी की पाठशाला में मेहनत की तालीम ली है मैने ये जो मेरे सर
Read Moreआम तौर पर देश में कभी भी डाक्टर भीमराव अम्बेडकर की चर्चा होती है तो उन्हें हम संविधान निर्माता के
Read Moreरिश्तों की चाशनी में पड़ा कोई कंकर जब मन को किरकिराने लगें ऐ दोस्त तुम अपनी हद में रहो मैं
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