छंदवद्ध गीत : ऐसा आया जमाना
ऐसा आया जमाना, यहां भाई को भाई काट रहा, जाति -धर्म के नाम पर सियासती बंदरबांट रहा ।। देश प्रेम
Read Moreऐसा आया जमाना, यहां भाई को भाई काट रहा, जाति -धर्म के नाम पर सियासती बंदरबांट रहा ।। देश प्रेम
Read Moreआई बरखा सुहानी , पड़ी रिमझिम-रिमझिम फुहारें , गा रे गा रे दिल गीत मिलन के गा रे!! अब सूरज
Read Moreऐ नन्ही तू कित कित खेल , नन्हा तू खेल कबड्डी …. तभी तो होगी तन्दरुस्ती , मजबूत होगी तेरी हड्डी !!
Read Moreजल- जलके माचिश की तीलियाँ कर देतीं रौशन घर, मंदिर ‘चौबारे आबाद कर देतीं घर घर का चूल्हा वे तो
Read Moreदेखती रहती हरदम खिड़की से पार हाड़-माँस की पुतली को पिटती हुई, घर नाम की इकाई को बचाने की जद्दोजहद
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