कविता

अलविदा

रेशमी गीलाफ  ,मखमली रिदा
बेदाग ,मुलायम साफ-साफ
खुशबूओं की साज सहेज,
बेसिलवटी रूह की सेज
चिता की चंदन या माटी लहद की
सज्दे करती उसकी महक की
निगाहें कायनात ,अश्कों से लबरेज
क्या खुदाई क्या खुदा
एक गुल की लाश पे सब फिदा
गमजदा दिल और लब से
अलविदा ,अलविदा, अलविदा।।।

आरती आलोक वर्मा 'नीलू'

आरती वर्मा ,"नीलू" W/o----श्री आलोक कुमार वर्मा शिक्षा ---एम ए स्नातक----(भूगोल) स्नातकोतर--(इतिहास) आनंद नगर, सिवान, बिहार जिला -सिवान, शहर--सिवान बिहार राज्य शौक --लेखन ,चित्रकारी पेशा---गृहिणी