नया साल
कंधे पर गैंती उठाएएक नन्हा मज़दूरनंगे पांव, अर्द्ध वस्त्रकड़कड़ाती सर्दीसड़क के किनारेअपनी मज़दूर मां के पीछे पीछेचल रहा हैभविष्य से
Read Moreछोटी-छोटी खुशियों का संग्रह है ज़िंदगी। खुशियों का पूरा गगन किसी के भी पास नहीं है कि मनुष्य जब चाहे
Read Moreगुलशन में फूलों के ढेर। नयां साल है नई सवेर। मुबारिक धरती अम्बर को। मानवता के मन्दिर को।
Read Moreमाघ शुक्ल पंचमी के दिन बसंत का जन्म हुआ था। बसंत पंचमी के दिन कला और संगीत की देवी सरस्वती
Read Moreमन मस्तिष्क के दीप जलाएं आज दीवाली का त्योहार।दुश्मन को भी मीत बनाएं आज दीवाली का त्योहार।इस से भारत की
Read Moreसब रंग साहित्य सभा गुरदासपुर (पंजाब) की ओर से लेखक इन्द्रजीत सिंह जोधका की पुस्तक ‘मेरी आस्ट्रेलिया यात्रा’ का विमोचन
Read Moreजलते अलबत्ता लाखों दीपक संसार में। आओ एक दीप जलाए इस प्यार में। अनुकंपा की सौगात है। दीवाली
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