गीतिका/ग़ज़ल

गीतिका

जैसे फूलों वाली क्यारी।

हिन्दू नारी सबसे न्यारी।

सृष्टि सृजन सरस्वती है,

वैष्णवी रौद्री माहेश्वरी है।

प्राण प्रिय और दर्शनकारी।

हिन्दू नारी सबसे न्यारी।

समस्त शक्ति का विकास इसी से।

सर्व मंगला विश्वास इसी से।

पीठा धिष्ठात्री है प्यारी।

हिन्दू नारी सबसे न्यारी।

नार सिंह प्रकृति की शक्ति।

पदमा दुर्गा की यह भक्ति।

पूजा अर्चन ज्योति आभारी।

हिन्दू नारी सबसे न्यारी।

पीढ़ी दर पीढ़ी त्योति जगाए।

दुनियां की रहबर कहलाए।

इस से रौशन सृष्टि सारी।

हिन्दू नारी सबसे न्यारी।

इससे सृष्टि में नाद उत्पन्न।

दरिया धरती सूर्य उपवन,

बालम दुर्गा कल्याण कारी।

हिन्दू नारी सब से न्यारी।

— बलविंदर बालम

बलविन्दर ‘बालम’

ओंकार नगर, गुरदासपुर (पंजाब) मो. 98156 25409