खट्टा-मीठा: उनका सुपरहिट भाषण
उनको भाषण देने का शौक है। कोई मौका हो या न हो, पर वे भाषण जरूर देते हैं। वे प्रायः
Read Moreउनको भाषण देने का शौक है। कोई मौका हो या न हो, पर वे भाषण जरूर देते हैं। वे प्रायः
Read More“सेर को सवा सेर” यह लोकोक्ति अब पुरानी हो गयी है। अब एक नयी कहावत बनी है- “ठग को महाठग”।
Read Moreजब कोई आर्यसमाजी हवन करता है, तो आहुति डालते समय प्रायः ऐसा मंत्र बोलता है- ‘ओम् इन्द्राय स्वाहा। इदम् इन्द्राय,
Read Moreएक समय था जब समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में एक स्तम्भ अवश्य आता था– “हमसे पूछिए “।इनमें विशेषज्ञ लोग पाठकों
Read Moreलाहौल विला कूवत! देश-धर्म के लिए मरने में भी कोई तुक है? मरना ही है, तो किसी अस्पताल में जाकर
Read Moreपार्टी की दुर्गति लम्बे समय से हो रही थी। वह हर जगह दुत्कारी जा रही थी। हर जगह पार्टी को
Read Moreटोपीलाल का असली नाम तो कुछ और था, परन्तु वे अपने सिर पर हमेशा नेतागीरी की प्रतीक लाल रंग की
Read Moreकोई पचपन साल की अधेड़ औरत यदि खुद को लड़की कहे, तो उस पर हँसी से ज़्यादा तरस आता है। दादी-नानी बनने की उम्र में लड़की बनने का शौक़ चर्राया हो, तो ब्यूटी पार्लर वाली भी आत्महत्या कर लेंगी। “सींग कटाकर बछड़े बनने” का मुहावरा ऐसे ही उदाहरणों से निकला होगा। वैसे औरतों के लिए और विशेषकर अधेड़ उम्र की औरतों के लिए लड़ना
Read Moreकिसान आन्दोलन के नेताओं को रंज है कि एक वर्ष से भी अधिक चले इस आन्दोलन में 700 किसानों का
Read Moreगाँधी के तीनों बन्दर लम्बे समय से एक ही स्थिति में रहते हुए बहुत परेशान हो गये थे। एक दिन
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