” आज गगन में , मैं इतराउं ” !!
गीत नीर भरी कारी बदरी हूँ , आज गगन में , मैं इतराउं । डोल रहे हैं रीते बदरा ,
Read Moreगीत नीर भरी कारी बदरी हूँ , आज गगन में , मैं इतराउं । डोल रहे हैं रीते बदरा ,
Read Moreगीत देश भले ही तरक्की कर ले , जनता धक्के खाती है । उनके हित की बने योजना , भला
Read Moreगीत मन से मन के तार जुड़े हैं , मन से मन को तोला है . जगमग करती इस दुनिया
Read Moreगीत बेटी के संग ब्याहे सपने , सब टूट गये , बिखरे जाते । दौलत से जब रिश्ते तुळते ,
Read Moreगीत ” सुबह उठ चले तो राम , शयन पर भी राम हैं ” . जाने कितने ग्रन्थ हैं ,
Read Moreयाद करवट ले चुकी जो , चाह में पागल हुई है !! रात काटे से कटे ना , पल पल
Read Moreहाथों में जब हाथ लिया तो , मन में जगा उछाह है ! पल पल हुए मधुरतम ऐसे , सपनीली
Read Moreपीड़ा से अनबन हो जाये ,आँखों से मोती ढलते हैं ! आशाओं के दर्पण चटके ,छन से तो आवाज हुई
Read Moreगीत पुलक गात पर अरुणिम लाली , अधरों पर मधु बोल ! हँसी बिखेरे , आँगन में तू , हिंरणी
Read Moreआंखों में सूनापन छाया , दिखता नहीं करार है ! नशा प्यार का उत्तर गया जी , आंखों बसा खुमार
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