गीत/नवगीत

बागेश्वर सरकार

मची खलबली,मचा बवंडर,धर्महीन शैतानो में, बागेश्वर सरकार हमारे गूंज रहे हैं कानों में, हुआ सनातन शंखनाद,तुम उलझे रहो पहेली में, रामचरित अवधी में था,अब गरजा है बुंदेली में, ना तो धन से अर्जित है,ना मिथ्या कोई प्रसिद्धी है, खुले आम जो सिद्ध हुई वो बालाजी की सिद्धी है, यह सिद्धी जब निकल पड़ी हिन्दू पहचान […]

गीत/नवगीत

गीत

ना महंत हूँ न पंडा हूँ,ना ही कोई पुजारी हूँ, निज परम्परा और धरम का ना कोई व्यापारी हूँ, मैं बस एक सनातन धर्मी,थोडा सा झुंझलाया हूँ, आज शाम सीरीज़ वेब पर फिल्म देखकर आया हूँ, सीधे सीधे कुछ सवाल है,ज़रा खोलकर कान सुनो, सुनो हिरानी,सुनो चोपड़ा,प्यारे आमिर खान सुनो, इस दुनिया के हर मज़हब […]

गीत/नवगीत

योगी जी! जाग जाईये

ओ भगवाधारी सिंह पुत्र, है कहाँ तुम्हारी हुंकारें, हिंदुत्व तुम्हारा कहाँ गया, हैं कहाँ तुम्हारी तलवारें, तुमको गद्दी पर बिठा दिया यह सोच कि कुछ बदलाव मिले, अफसोस तुम्हारे रहते भी, हमको घावों पर घाव मिले, जेहादी मंसूबो से हम लड़ते लड़ते झल्लाये थे, यू पी का हिन्दू बचा रहे, योगी योगी चिल्लाए थे, तुम […]

गीत/नवगीत

नन्ही ट्विंकल की निर्मम हत्या पर

(नन्ही ट्विंकल की निर्मम हत्या पर सरकार,समाज को जगाती, दोगलों को धिक्कारती एक आवश्यक कविता) तीन बरस की गुड़िया तिल तिल मरके आखिर चली गयी, आज अली के गढ़ में बिटिया राम कृष्ण की छली गयी, नन्हे नन्हे पंख उखाड़े, मज़हब के मक्कारों ने, देखो कैसे ईद मनाई,दो दो रोज़ेदारों ने, कोमल अंग काट कर […]

गीत/नवगीत

गीत – चौकीदार चोर बतलाया

(रफेल सौदे पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद राहुल गांधी जी को चुनावी परिणामो के मध्य आईना दिखाती मेरी नई कविता) चौकीदार चोर बतलाया, गला फाड़ कर चिल्लाए चोर चोर कहते कहते तुम तीन प्रदेश जीत लाये मूरख जनता बहकावे मैं साथ तुम्हारे चल बैठी कुछ जनता नोटा के चक्कर मे खुद को ही […]

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मंदसौर की घटना पर

कठुआ में सब काठ के उल्लू पहुँच गए थे रोने को लेकर साथ मीडिया पहुंची तकिया और बिछौने को मोमबत्तियों की बिक्री में देखा खूब इज़ाफ़ा था पप्पू अपना लेकर चप्पू चला चला कर हांफा था नाम आसिफा था, यह सुनकर सब के सब बौराये थे रेप रेप हो गया इंडिया, सबके सब चिल्लाये थे […]

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गीत : गौरव चौहान

(सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो आने के बाद सबूत मांगने वाले नेताओं को धिक्कारती कविता) सत्य शौर्य साहस को छल बतलाने वाले नेता सुन सर्जीकल को फर्जीकल बतलाने वाले नेता सुन सुन कानों को खोल गरजती बंदूकों बम गोलों को देख ज़रा आँखों से सरहद पार गिरे उन शोलों को देख ज़रा धूं धू कर जलती […]

गीत/नवगीत

गीत

(अररिया में सरफराज आलम की जीत पर लगे पाकिस्तान ज़िंदाबाद,भारत विरोधी नारों का विश्लेषण करती कविता) तुमने ललकारें सुनी नहीं, कानों में तेल लगाऊं क्या? आँखों से तुमको दिखा नहीं? अब दूरबीन पकड़ाऊँ क्या? भारत तेरे टुकड़े होंगे, होगा भारत बर्बाद सुनो मोदी हारा, मोदी हारा, पाकिस्तां ज़िंदाबाद सुनो मैं कविता लिख लिख हार गया, […]

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गीत – दिखा दिया है योगी ने

आँखें जिस पल को तरसी थीं, वह दर्श दिखाया योगी ने उस सदन बीच खुलकर हिदूं उत्कर्ष दिखाया योगी ने निज धर्म-कर्म पर गौरव है, ये सिखा दिया है योगी ने जो मोदी नहीं दिखा पाये, वो दिखा दिया है योगी ने बेशर्म जनेऊ धारी थे, जो इफ़्तारो में जाते थे हाथों से तिलक मिटा […]

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गीत : बेटा चन्दन नहीं रहा

(कासगंज उ प्र में 26 जनवरी तिरंगा यात्रा में मुसलमानों द्वारा देश भक्त युवा चन्दन की गोली मारकर हत्या किए जाने पर सनातन समाज को चेताती नयी कविता) कोई हल्ला, कोई मातम, कोई क्रन्दन नहीं रहा कासगंज का ध्वज संवाहक, बेटा चन्दन नही रहा लिए हाथ में अमर तिरंगा, गद्दारों से छला गया आँखे खोलो, […]