पायदान…
सीढ़ी की पहली पायदान हूँ मैं जिसपर चढ़कर समय ने छलाँग मारी और चढ़ गया आसमान पर मैं ठिठक कर तब
Read More1. हाल बेहाल मन में है मलाल कैसी ज़िन्दगी? जहाँ धूप न छाँव न तो अपना गाँव! 2. ज़िन्दगी होती
Read Moreनक्सलवाद और मजहबी आतंकवाद में सबसे बड़ा बुनियादी फ़र्क उनकी मंशा और कार्यकलाप में है। आतंकवादी संगठन हिंसा के द्वारा आतंक
Read More1. कर्म पे डटा कभी नहीं थकता फ़ौजी-किसान! 2. किसान हारे ख़ुदकुशी करते, बेबस सारे! 3. सत्ता बेशर्म राजनीति करती,
Read Moreगुड़ियों के साथ खेलती थी गुड़िया ता-ता थइया नाचती थी गुड़िया ता ले ग म, ता ले ग म गाती
Read More1. किरणें आई खेतों को यूँ जगाए जैसे हो माई। 2. सूरज जागा पेड़ पौधे मुस्काए खिलखिलाए। 3. झुलसा खेत
Read Moreतन्हा रहे ताउम्र अपनों की भीड़ में एक घर तलाशते ग़ैरों की नीड़ में! वक्त के आइने में दिखा ये
Read Moreनीयत और नियति समझ से परे है एक झटके में सब बदल देता है, ज़िन्दगी अवाक्! काँधे पर हाथ धरे
Read Moreमुमकिन है यह उम्ररेगिस्तान में ही चुक जाएकोई न मिले उस जैसाजो मेरी हथेलियों परचमकते सितारों वालाआसमान उतार दे! यह
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