योगदान
पूरे देश में “क्षय मुक्ति अभियान” चल रहा था. सभी लोग अपनी-अपनी प्रतिभा के अनुसार कार्यक्रम प्रस्तुत कर जागरूकता का
Read More“आजकल चोरी-चकारी कितनी बढ़ गई है!” साथ चल रही सोमवती से रामवती ने कहा. “महंगाई भी तो इतनी बढ़ गई
Read Moreदिल, मेरे दिल, कितने खूबसूरत हो तुम! दिखते छोटे-से हो, पर समाया है तुम में, गगन विशाल, तारों का थाल,
Read Moreअस्ताचल गामी रवि रक्ताभ हुआ, रक्ताभ समंदर का आब हुआ, चलो, हम-तुम भी विश्राम का वरण करें, विराम को उद्यत
Read Moreसादगी तेरी श्रृंगार है तुम्हारी फिर भी वासना की मारी है नारी क्यूँ मुसीबत की तुम होती शिकार
Read More