चली कागजी रेल
सड़कों पे पानी भरा ,चली कागजी रेल ,आओ हमतुम खेल लें ,बचपन वाले खेल। —रिमझिम जी का शोर है ,बादल
Read Moreसड़कों पे पानी भरा ,चली कागजी रेल ,आओ हमतुम खेल लें ,बचपन वाले खेल। —रिमझिम जी का शोर है ,बादल
Read Moreहरियाली रच बस गई ,सावन में हर ओर ,बरखा आई झूम के ,पवन मचाए शोर ,पवन मचाए शोर ,मेघजी गरजें
Read Moreखुशियों वाले नव रंगों से ,बाग़ सजाने आई तितली। उपवन के नव फूलों पे ,प्रीत लुटाने आई तितली। देख बहारें
Read Moreपेड़ काटने चल दिए ,देखो मूरखराज ,छाँह राह में खोजते ,आवत नाही लाज। दस पेड़ों को काट के ,लगा रहे
Read Moreजल संकट से मत डरो ,इसका करो निदान ,पानी की हर बूँद का ,कीमत जान सुजान। जल से ही जीवन
Read Moreसमझ सके ना जिंदगी ,समझ सके ना प्रीत,जीवन भर सुनते रहे ,बस जीवन संगीत। आती जाती जिंदगी ,बदले पल पल
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