कविता -पिंजरे में
पिजरे में बचपन अनजान डगर मुश्किल कोहराम मचा दुनिया में| स्वछंद उड़ाने किलकारी हैं बंद आज दुनिया में| देहरी के
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Read Moreराष्ट्र हित ————————- सर्वोपरि है राष्ट्र हमारा ,सर्वोपरि यह देश है | इसकी रक्षा के हित धारा,हमने यह नर वेश
Read Moreपरवर दिगार राह दिखाने का शुक्रिया | बुझते चराग फिर से जलाने का शुक्रिया | मज़हब की बात छोड़ जो
Read Moreपीड़ित सकल समाज है,कोरोना से आज | ड्रैगन की करतूत से, गिरी सभी पर गाज | गिरी सभी पर गाज
Read Moreकैसे गाऊँ गीत प्रेम के पिय का प्रीत कलश रीता | हृदय पटल पर हे प्रिय हमने , अंकित तेरा
Read Moreनिर्भया और स्वर्ग ____________ बादल बीच लगाकर सीढ़ी ,स्वर्ग द्वार खोला| किरणों से ले ज्योति पुंज ,घर में अपार घोला|
Read Moreछोटी उम्र के बच्चों को ध्यान में रख कर लिखा गया साहित्य बाल साहित्य कहलाता है |साहित्य की परंपरा में
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