ग़ज़ल
बना ले जो तुम्हें अपना वही रसधार बाकी है | सजा दे गुल से गुलशन जो अभी वो प्याऱ बाकी
Read Moreअंधेरे में जो उजाला भर दे, चलो वो दीपक जलाएं मिलकर | कलुश जो मन का मिटा दे सारा, वो
Read Moreजनकपुरी की बगिया में इक सुंदर सी कली खिली रंग गुलाबी होंठ लाल ये बात नगर में फैल गयी हल
Read Moreबहुत समय पहले की बात है, चंदनपुर गाँव में जयवीर नाम का एक किसान रहता था। वह बहुत दयालू, दानवीर
Read More