सब कुछ छीन लोगे मुझसे
सब कुछ छीन लोगे मुझसे मेरा अधिकार ,मेरा हक मगर यादों को कैसे छिनोगे वो तो हर पल टिसती हैं
Read Moreसब कुछ छीन लोगे मुझसे मेरा अधिकार ,मेरा हक मगर यादों को कैसे छिनोगे वो तो हर पल टिसती हैं
Read Moreची-ची करती आयी चिड़ियॉ कॉव-कॉव करते कौआ गूटरू गूँ करते कबूतर रिपू-रिपू तोता बागो मे कोयल की कूँक पक्षीयों के
Read Moreहॉ लिखती हूँ तुम्हारी यादें तुम्हारा अहसास तुम्हारी नफरते तुम्हारा अपनापन तुम्हारा प्यार बस यही तो लिखती हूँ नही चाहते
Read Moreतुम्हारे साथ जी कर देखी ली तुम्हारे साथ लम्हे गुजार कर देख ली तुम्हारे साथ भी होकर देख ली तुम्हारा
Read Moreतुम ठीक कहते हो मैं वैश्या हूँ मेरा कोई ठिकाना नही जब मन चाहा जिसके साथ उसके साथ गुजार दी
Read Moreअरे फिर से दिसम्बर आ गया याद है तुम्हे वो दिन जब हमदोनो साथ रहते थे तो ये सर्द हवायें
Read Moreपढती हूँ आज तुम्हारे मन के भावो को दिल के जज्बातो को कोरे पन्ने पर उतारे गये हर एक शब्दो
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