छिपकली
सुनो! छिपकली घर में आती। कीड़े को झट से खा जाती।। दोस्तों को सँग में है लाती। अपने पीछे उसे
Read Moreकरते सभी विवाह को, बाँध प्रेम की डोर। इक दूजे का साथ हो, छूटे कभी न छोर।। बेटी होती लाडली,
Read Moreलगते ही बैसाख में, आता है त्यौहार। अक्षय तिथि के दिन सखी, छाये खुशी अपार।। इस दिन शुभ होता सखी,
Read Moreलुटाती प्रेम बच्चों पर, सभी मन मोह लेती है। हमारे साथ रहती है, सदा आशीष देती है।। नहीं वो भेद
Read Moreमन से करो आराधना, प्रभु राम सब के साथ हैं।। हैं सत्य के वे देवता, सिर पर रखे जो हाथ
Read Moreसाल जन्म दिन आये जब भी, यादें बहुत सताती है। चित्र देख कर पापा मेरी, आँखे नम हो जाती है।।
Read Moreआजकल लोगों की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। यदि लोग अपनी कथनी के अनुसार कार्य करते, तो यह
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