गीतिका/ग़ज़ल राजेश श्रीवास्तव 'प्रखर' 10/10/202310/10/2023 ग़ज़ल जुड़ा है रूह से नाता किनारा हो ये मुश्किल है तुम्हारे बिन हमारा भी गुज़ारा हो ये मुश्किल है बताया Read More
गीतिका/ग़ज़ल राजेश श्रीवास्तव 'प्रखर' 10/10/202310/10/2023 गजल तुम्हारे इश्क़ का वो ज़ायका नहीं जाता मगर ये ज़ुल्म भी इतना सहा नहीं जाता लगा दीं बंदिशें तुमने भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल राजेश श्रीवास्तव 'प्रखर' 02/01/2020 ग़ज़ल अहसास ख़ुशनुमा पर , काँटों भरा सफ़र है । उल्फ़त का रास्ता भी ,कितना ये पुर- ख़तर है । तन्हा Read More
गीतिका/ग़ज़ल राजेश श्रीवास्तव 'प्रखर' 02/01/2020 ग़ज़ल होगी विदा ये ज़िंदगी इक दिन क़ज़ा के साथ । फिर क्यों न जी लें यार इसे मुस्कुरा के साथ Read More
गीतिका/ग़ज़ल राजेश श्रीवास्तव 'प्रखर' 28/05/2018 ग़ज़ल 2 कश्ती तूफान में उतारो तो । आएगा वो भी तुम पुकारो तो । चार सू बदलियाँ उमड़ आईं , जुल्फ़ें Read More
गीतिका/ग़ज़ल राजेश श्रीवास्तव 'प्रखर' 28/05/2018 ग़ज़ल 1 अधर ये ख़ुश्क, आँखों में नमी अच्छी नहीं लगती । उदासी इस तरह से यार की अच्छी नहीं लगती । Read More
गीतिका/ग़ज़ल राजेश श्रीवास्तव 'प्रखर' 07/02/2016 गज़ल जीतने हम थे गये दिल हार करके आ गये कह न पाये थे मगर इजहार करके आ गये सिल गए Read More
गीतिका/ग़ज़ल राजेश श्रीवास्तव 'प्रखर' 18/12/2015 ग़ज़ल ख्वाब कोई फिर हँसी दिल में सजा लूँ सोचता है दिल उसे अपना बना लूँ बीत जायेगी अमावस रात Read More