हुस्न-ऐ-जलवा
बिकती है जब निगाहें तेरीतो झुकता हैशहर सारा,फिरता हूँ जब गम-ए-आरजू लिएतो बहता हैमेरा दर्द सारा,चलता है जब हुस्न-ऐ-बाजारमचलता देखशहर
Read Moreबिकती है जब निगाहें तेरीतो झुकता हैशहर सारा,फिरता हूँ जब गम-ए-आरजू लिएतो बहता हैमेरा दर्द सारा,चलता है जब हुस्न-ऐ-बाजारमचलता देखशहर
Read Moreहम ढूढ़ते रह गएउनको हर निग़ाह में,पर वो तो खो ही गएओर किसी की बाहों में। हम ने तो हमेशा
Read Moreकांगड़ा,हिमाचल प्रदेश. सत्यइंदिरा फाउंडेशन-SSIF जयपुर जो की शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल कल्याण और धर्म, जाति और समाज के भेदभाव
Read Moreकांगड़ा,हिमाचल प्रदेश राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गाहलियां (कांगड़ा,हिमाचल प्रदेश) के हिंदी अध्यापक तथा युवा कवि लेखक डॉ. राजीव डोगरा
Read Moreहाँ मैं एक लडक़ी हूँहाँ मैं वो ही लडक़ी हूँजो अपनी हो तोचार दीवारी में कैद रखतें हो।किसी ओर की
Read Moreकांगड़ा,हिमाचल प्रदेश संयुक्त राज्य अमेरिका गणराज्य,अमरिलो और टेक्सास की हार्वेस्ट मिशन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने कांगड़ा के राजीव डोगरा को साहित्य
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