चतुर जवाईराजा
एक दिन की बात है कि राजा हर्षवर्धन अपनी राज्य सभा में बैठे थे। चर्चा-वार्ता और आनन्द-प्रमोद का दौर चल
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Read Moreआलेख के शुरुआत में ही मैं आप सभी की जानकारी के लिए यह बता देना चाहता हूँ कि मैं कोई
Read Moreरमेश बहुत ही मेहनती एवं होनहार लड़का है। घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह मजदूरी के
Read Moreमन हमारा बड़ा ही चंचल एवं विचित्र है। चिंता भी वही करता है व चिन्तन भी। लेकिन चिंता व चिन्तन
Read Moreमानव जीवन क्षणभंगुर है। यह एक बार यदि हाथ से निकल जाए तो इसे पुनः प्राप्त करना किसी के भी
Read Moreप्रतिस्पर्धा के इस युग में आज उत्कृष्ट जीवन जीने के लिए मनुष्य में दो बातों का होना बहुत आवश्यक हैंः-
Read Moreप्रभु (परमात्मा) की आज्ञा है किः- 1. जो वस्तु त्याग करने योग्य है उसका त्याग करो। 2. जो कार्य करने
Read Moreयह एक हकीकत है कि योग्य एवं निष्ठावान व्यक्तियों के नेतृत्व के अभाव में करोड़ों की लागत से बनी अनेक
Read Moreक्षमा का अर्थ है माफ करना अथवा माफी देना। सच्ची क्षमा का आशय यह है कि हमारे मन में ऐसी
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