न जाने कितने तूफ़ां यहाँ से गुजर गए
मरहम तेरा क्या करूँ घाव सारे भर गए डेरा खाली हो गया दर्द सारे डर गए मझधार में छोंड़ दिया
Read Moreमरहम तेरा क्या करूँ घाव सारे भर गए डेरा खाली हो गया दर्द सारे डर गए मझधार में छोंड़ दिया
Read Moreमानवता को कुचले हो चोरी से बहार निकले हो संस्कार सब झांक रहे हैं जान बूझ कर फिसले हो कुचक्र
Read Moreबस! ऊंगली ही ये तेरी! जो सबको राह दिखाती है! बस तेरी ऊंगली यही- हर सरकार बनाती है। क्यों गिला
Read Moreअस्त्र शस्त्र सब धरे रह गये, कुछ भी काम न आया परग्रहों पर जाने वाला, घर से निकल न पाया
Read Moreवक्त कितना भी बुरा हो, गुजर जाना ही होता है। हर जख्म की फितरत में, भर जाना ही होता है।
Read Moreरात की बेहोशी का तुम, नींद जैसा नाम न दो ग़म सारे गायब हो जायें, एैसा कोई जाम न दो
Read Moreअस्त्र शस्त्र सब धरे रह गये, कुछ भी काम न आया परग्रहों पर जाने वाला, घर से निकल न पाया
Read Moreएक बहुत ही प्रचलित कहावत है कि- जो दूसरों के लिये गढ्ढा खोदता है तो खुद ही गढ्ढे में गिरता
Read Moreहर दिन जिन्दगी तेरा एक पत्ता टूट रहा। तेरे संग चलकर एक एक दिन छूट रहा।। काँटे ही बिछे हैं
Read Moreसोंचने वाली बात यह है कि जब देश के प्रधानमंत्री धारा 370 और 35ए को हटा सकते हैं तो देश
Read More