अब घाटी नहीं कराची तक…
बार बार ललकार रहा, पहरेदारों को मार रहा क्यों जवाब नहीं उसको देते,जो बांछे अपनी संवार रहा। बार बार ललकार
Read Moreबार बार ललकार रहा, पहरेदारों को मार रहा क्यों जवाब नहीं उसको देते,जो बांछे अपनी संवार रहा। बार बार ललकार
Read Moreअब तक जो फर्श पे यहां रहे अबकी वो अर्श पे हो जाये खुशियां ही खुशियां चहुुं ओर दिखे ऐसी
Read Moreदिव्य अंग की परिभाषा में चीर फाड़ जब किया गया परिभाषा बदली बीच सभा में सबको पांडव बना दिया दिव्य
Read Moreबात उन दिनों की है जब प्राईमरी पाठशला के शिक्षकों का वेतन अच्छा नही था किन्तु शिक्षा बहुत अच्छी थी!
Read Moreभारत के प्रधानमंत्री के महत्वपूर्ण मिशन का उदय 2 अक्टूबर 2014 को हुआ था इस मिशन का मुख्य उद्देश्य था
Read Moreअब तो यहां पर सरकार ने भेद भाव खत्म कर दिया है महिला हो या पुरूष सभी को एक समान
Read Moreआन मान मर्यादा का वो, काव्य यहां पर छोड़ गये अबतक यहां जो अटल रहे, वो सबसे नाता तोड गये
Read Moreमुसलसल बरसात का सिलसिला जारी रहा जिस पल………….. पलकों में भी सावन की सौगात आ गई इनायत औ गुनाहों ने
Read Moreजहां एक ओर अपना भारत नई विकास की गााथा गानें के लिये आतुर दिख रहा है वहीं अगर इसके दूसरे
Read Moreपता नही एक बात हमारी समझ में क्यों नहीं आ रही है ? क्या मैं अभी समझदार नही हुआ हूं
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