“हम तुम्हें हाल-ए-दिल सुनाएँगे”
जो भी आगे कदम बढ़ायेंगे। फासलों को वही मिटायेंगे।। तुम हमें याद करोगे जब भी, हम बिना पंख उड़ के
Read Moreजो भी आगे कदम बढ़ायेंगे। फासलों को वही मिटायेंगे।। तुम हमें याद करोगे जब भी, हम बिना पंख उड़ के
Read Moreमिट्टी को कंचन करे, नहीं लगाता देर। दिखा रहा है आइना, समय-समय का फेर।१। समय-समय की बात है, समय-समय के
Read Moreजिसकी माटी में चहका हुआ है सुमन, मुझको प्राणों से प्यारा वो अपना वतन। जिसकी घाटी में महका हुआ है
Read Moreरूप कितने-रंग कितने। बादलों के ढंग कितने।। कहीं चाँदी सी चमक है, कहीं पर श्यामल बने हैं। कहीं पर छितराये
Read Moreसपनों में ही पेंग बढ़ाते, झूला झूलें सावन में। मेघ-मल्हारों के गानें भी, हमने भूलें सावन में।। मँहगाई की मार
Read Moreरिम-झिम करता सावन आया। गरमी का हो गया सफाया।। उगे गगन में गहरे बादल, भरा हुआ जिनमें निर्मल जल, इन्द्रधनुष
Read Moreसावन आते ही बादल ने, नभ में ली अँगड़ाई। आसमान में श्याम घटाएँ, उमड़-घुमड़ कर आई।। भीग रहे हैं खेत-बाग-वन,
Read Moreजमाना है तिजारत का, तिज़ारत ही तिज़ारत है तिज़ारत में सियासत है, सियासत में तिज़ारत है नहीं अब वक़्त है,
Read Moreवाणी से खिलता है उपवन स्वर-व्यञ्जन ही तो है जीवन शब्दों को मन में उपजाओ फिर इनसे कुछ वाक्य बनो
Read Moreनज़ारों में भरा ग़म है, बहारों में नहीं दम है, फिजाएँ भी बहुत नम हैं, सितारों में भरा तम है
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