चंदा के बिन, नहीं चाँदनी
संग-साथ बिन नहीं है जीवन, मैं-मैं मिल कर हम बनते हैं। चंदा के बिन, नहीं चाँदनी, चाँदनी से ही चाँद
Read Moreसंग-साथ बिन नहीं है जीवन, मैं-मैं मिल कर हम बनते हैं। चंदा के बिन, नहीं चाँदनी, चाँदनी से ही चाँद
Read Moreजो जीवों को खाते है, वे जीवों से, क्या प्रेम करेंगे! आज कर रहे प्रेम प्रदर्शन, कल उनका आहार करेंगे!!
Read Moreआचार्य प्रशान्त किशोर जी की पुस्तक ‘स्त्री’ पढ़ते समय एक वाक्य ने ध्यान आकर्षित किया, ‘ये दो चीज हैं जो
Read Moreमहात्मा गांधी का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन व स्वतंत्र भारत की विकास नीतियों में अप्रतिम स्थान रहा है। गांधी जी ने
Read Moreपूर्णतः आवासीय नवोदय विद्यालयों के प्रणेता भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी को भारत में कम्प्यूटर युग प्रारंभ करने का श्रेय
Read Moreदीपों से अंधकार न मिटता, अन्तर्मन का, दीप जलायें। प्रतीकों को छोड़ बर्ढ़े अब, स्वच्छता का, अलख जगायें। अविद्या का
Read Moreनारी को नर प्राण से प्यारा, नर को भी, नारी प्यारी है। एक सिक्के के दो हैं पहलू, एक नर
Read Moreजवाहर नवोदय विद्यालय भारतीय ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए अनूठे विद्यालय हैं। पूर्णतः आवासीय होने के कारण ये
Read Moreलक्ष्य नहीं, गन्तव्य नहीं कोई, अविरल चलते रहना है। इक-दूजे की खुशी की खातिर, इक-दूजे को सहना है।। चलती का
Read Moreअधिकारों से संघर्ष उपजता, कर्म जीना सिखलाता है। स्वार्थ है जग को घायल करता, प्रेम घाव सहलाता है।। पाना तो
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