प्रीत रीत जीवन नैया है..
प्रीत रीत जीवन नैया है, धर्म कर्म पतवार है। नियम अनुशाशन मर्यादा, जीवन के आधार है॥ धीर विवेक ज्ञान ज्योति
Read Moreप्रीत रीत जीवन नैया है, धर्म कर्म पतवार है। नियम अनुशाशन मर्यादा, जीवन के आधार है॥ धीर विवेक ज्ञान ज्योति
Read Moreजब सूरज करे अंधेरा, दीपक घात करे उजियारों से। साज़िश का तूफान उठे जब, घर की ही दीवारों से॥ जब
Read Moreदेश को दिल और मेरी जान लिख। मैं हिन्दुस्तानी हूं यही पहचान लिख॥ दिल में धडकता है तिरंगा रात दिन।
Read Moreदिल का चैन अंखियों की नींद ले गया कोई। बुत बचा है बाकी मेरी जिंद ले गया कोई॥ धडकनें रुकी
Read Moreहोली तो बहाना है, रंगों के बहाने से हमें यार मनाना है। आ आके गले लग जा, इस होली में
Read Moreपिला रहे हो जो हमको इतनी,जरा बताओ इरादा है क्या॥ बहक गये जो कदम हमारे, सम्हालने का भी वादा है
Read Moreहम गुल नहीं गुलदान के तो क्या हुआ। चर्चे नहीं सम्मान के तो क्या हुआ॥ हम अपने घरौंदे के बादशाह
Read Moreहम नेकियाँ करके भी गुनहग़ार हो गये। करते रहे दगा वो फिर भी प्यार हो गये॥ बनाते हैं रिश्ते अब
Read Moreचढ़ने लगी हैं हसरते परवान रफ्ता रफ्ता। हम हो रहे हैं जानेमन की जान रफ्ता रफ्ता वो मेरी चाहतों का
Read Moreदिल में क्यूं है इतना मलाल मत पूछ। जिनके उत्तर नही वो सवाल मत पूछ॥ अब जहां हूं जैसा हूं
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