देशभक्ति के मुक्तक
(1) भारत माँ का लाल हूँ,दे सकता मैं जान। गाता हूँ मन-प्राण से,मैं इसका यशगान। आर्यभूमि जगमग धरा,बाँट रही उजियार,
Read More(1) भारत माँ का लाल हूँ,दे सकता मैं जान। गाता हूँ मन-प्राण से,मैं इसका यशगान। आर्यभूमि जगमग धरा,बाँट रही उजियार,
Read More(1) मन को तन को,नव जीवन दे,बरसात बहार सुहावन है। जब नीर हमें सबको सुख दे,तब गीत जगे मनभावन है।
Read Moreथी दीवानी श्याम की,मीरा जिसका नाम। जो युग-युग को बन गई,हियकर अरु अभिराम।। पिया हलाहल,पर अमर,पाया इक वरदान। श्रद्धा से
Read More(1) करना मत तुम भेद अब,बेटा-बेटी एक। बेटी प्रति यदि हेयता,वह बंदा नहिं नेक।। वह बंदा नहिं नेक,करे दुर्गुण को
Read Moreनारी का घटता आँचल तो,है दुख भरी कहानी। नारी का अब देख रवैया,है आँखों में पानी।। शील,सत्व को धारण करके,नारी
Read More“बेटा सोमू! तुमने अपनी पढ़ाई पूरी कर ली, रिजल्ट भी आ गया।अब तुम ज़ल्दी से कोई काम करने लग जाओ,
Read Moreधूम मचाती जल बरसाती, वर्षा रानी आई । आज मगन मन वृक्ष ले रहे,झूम-झूम अँगड़ाई।। वसुधा की सब प्यास बुझ
Read Moreतप से हरदम बल मिले,मन हो जाता शांत। बिखरे नित नव चेतना,रहे नहीं मन क्लांत।। तप में होती दिव्यता,मिलता है
Read Moreभायी गुरुवर दिव्यता,तुम तो हो भगवान। तुमने दिया विवेक तो,हुआ सत्य का भान। हुआ सत्य का भान,नहीं तो मैं मिट
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