दोहे –राही मनवा
राही मनवा सोच ले, आया तू किस काम। नेक सदा ही कर्म कर ,जप ले हरि का नाम।। राही मनवा
Read Moreराही मनवा सोच ले, आया तू किस काम। नेक सदा ही कर्म कर ,जप ले हरि का नाम।। राही मनवा
Read Moreमुहब्बत हम दिखाएंगे ,सदा उन से निभाएंगे। निभा के प्रीत उन से ही ज़माने को दिखाएंगे। दिखावा हम नहीं करते,
Read Moreनेकी करें मित्रता निभाएं यह राष्ट्र धर्म हमारा है। सभी मिल कर साथ रहें बस यही हमारा नारा है। देश
Read Moreसब से पावन नाम है, जपो राम श्री राम। राम नाम के जाप से, बनते बिगड़े काम।। औरों को सुख
Read Moreनज़रों में समा गये हो तुम,बन के ख्वाब आ गये हो तुम। नहीं होश में रहा यह दिल, एक नशा
Read Moreजाग उठो न कर विलंब,नवभोर है उल्लास की। प्रण करो नव साल में, दृढ़ आत्म विश्वास की। रह गये हैं
Read Moreढलती रात में धीरज धरो,इक नया सवेरा लाएगा। बीत जाएगा आज है कल ,अतीत बन के आएगा। ढलती रात में
Read Moreचले पुरवैया है मेघ घुमड़ के हरित सिंचित भूतल लाए। चेतन जीव शून्य होता,अगर तुम न होते कौन जल लाए।
Read Moreगोलू अपनी पढ़ाई कर रहा था। मम्मी नहा धो कर आई अपने बेटे गोलू से बोली बेटा गोलू यह लो
Read Moreबदल रहा मौसम हर बार आहिस्ता आहिस्ता। दे रही है अब कुदरत मार आहिस्ता आहिस्ता। रहा था मोल दुनियां में
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