ठंड के बीच जीवन
अरे रधिया!सुन आज हम तेरे घर चलेंगे। यह सुन एकपल के लिए रधिया अवाक रह गई। मगर काहे को मालकिन।
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Read Moreनववर्ष के साथ नयी नयी चुनौतियां भी कम नहीं है, ओमीक्रान पहले से ही डरा रही है, राजनीति का पराभव
Read Moreआइए! नववर्ष के स्वागत की तनिक औपचारिकता निभाते हैं, बड़ी बेशर्मी से अंग्रेज़ी नववर्ष बड़े उत्साह से मनाते हैं, भारतीय
Read Moreये जीवन क्या है इसे देखने का सबका नजरिया है, कोई माने न माने ये उसकी मर्जी है मगर ये
Read Moreसमय का पहिया तेजी से घूम रहा आँखें फाड़कर देखिये पैसा भी अब चीख चीखकर बोल रहा है, आजकल पैसा
Read Moreमानव जीवन मिला है तो तमाम दुश्वारियां भी होंंगी, मुश्किलें राह रोकेंगी पथ में बाधाएं भी आयेंगे पथ कठिन भी
Read Moreआखिर तमाम आशंकाओं दुविधाओं के बीच यह वर्ष भी बीत गया, कोरोना का खौफ ढंग से मिटा भी नहीं कि
Read Moreकोरे कागजों पर जब चलती कलम उकेरती मेरे मन के भाव सुख, दुख, भावनाएं संवेदनाएं जिसे व्यक्त करना कठिन हो
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