जी कैसे रहा है
आपने तो पढ़ा नहीं पढ़ा तो शायद पल्ले नहीं पड़ा, वरना यूं मुस्कुरा नहीं पाते, आँख से झलक जो आते
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Read More२९ मई २०२२ की रात लगभग १.३० बजे तक कुछ उलझनों के चक्रव्यूह में उलझा जागता रहा। निद्रा देवी थीं,
Read Moreहैलो दोस्तों! चाय सिर्फ चाय नहीं आज के हालात में टानिक, अरे नहीं अमृत है। सुबह से रात तक हर
Read Moreयुवावस्था से केतन को शराब की लत क्या लगी कि वह शराबी ही कहा जाने लगा। स्वभाव से सरल मिलनसार
Read Moreसत्य के चक्कर में पड़कर घनचक्कर न हो जाइए, सत्य की पहचान के चक्कर में न खुद को उलझाइए। ये
Read Moreआइए! विश्व शांति की बात करते हैं अपने ही घर से सिर फुटौव्वल की शुरुआत करते हैं। हम इतने
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