लंका दहन
समुद्र लांघ महावीर पहुँचे श्रीलंका बजा दी अपनी वीरता की डंका अशोक वाटिका में उदास वैदेही हनुमान ने अपनी परिचय
Read Moreकाश ! कोई हमसफर होता कितना सुहाना ये सफर होता दूर तलक चलते संग संग अपना एक ही डगर
Read Moreदिल का दर्द भी अपना ही है दर्द देने वाला भी अपना ही है किससे करूँ शिकायत उनकी फरियाद सुनने
Read Moreजब तलक मन में थी तुम कुवाँरी याद आती थी हर पल अक्स तुम्हारी जब से पढ़ लिख कर हो
Read Moreहम हिन्दूस्तानी कर्म है ज्ञानी पावन धरती प्यारा हिन्दुस्तान भारत मेरी माता दधिचि सा दाता ना है विश्व में कोई
Read More