खो गये शब्द
जाने कहाँ खो गये खो गये हैं शब्द जिनको पढ़कर कभी हुआ करती थी सुबह प्रथम किरणों के संग ओस
Read Moreजाने कहाँ खो गये खो गये हैं शब्द जिनको पढ़कर कभी हुआ करती थी सुबह प्रथम किरणों के संग ओस
Read More“जनहरण घनाक्षरी” फिर फिर अब तुम तन मन धन तुम रघुवर चित तुम अपलक रहिए।। नयन रमन तुम विनय चयन
Read Moreकश्मीर का हाल देख कर दिल लहूलुहान हो जाता है जब जवान पे थपड पड़ते दिल्ली पे गुस्सा आता है
Read Moreबाल मन पर वृषभ कंधे है मुफलिसी की पाठशाला में मेहनत की तालीम ली है मैने ये जो मेरे सर
Read Moreमेरे पहाड़ में उगते हैं आज भी प्रेम के फूल , और घासनियों पर उगती है सौहार्द की दूब ;
Read Moreशांत पड़ी ज़िन्दगी में हलचल मचाती सी तुम्हारी याद ज्यों शांत झील में गिरता जलप्रपात। जल से छाई ज्यों चहुँ
Read Moreझुरमुट में दिखती परछाइयाँ घुँघुरू की मद्दिम आवाज लम्बे अर्से का अन्तराल तुझसे मिलने का इन्तजार चाँद की रोशन रातों
Read More“हँसना मना है” सरल आसान स्वभाव बहूता परिचय कहत पाँव कर जूता सुखकर हितकर सहज सरुपा हाथ फिरे तो भागत
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