एसिड अटैक
एसिड अटैक झुलसा चेहरा, धंसी आँखें, “एसिड विक्टिम”… है मेरी पहचान ! पलक बिछाये, था सुनहरा कल, अब शायद हूँ…
Read Moreकुछ सिसकती आवाजें ****************** अक्सर बंद किवाड़ों में… दम तोड़ते हैं अहसास सिसकती हैं आवाजें रुंध जाते हैं गले !
Read Moreराजनीति के गलियारे में, नेता जी का पालना झूल रहे है ठाठ से, प्रजातंत्र के राजनेता बिलख रही है भूख
Read Moreमाता नमन करूँ तुझे, कहलाऊँ मैं पूत पीड़ा प्रतिपल दे रहा, जैसे एक कपूत जैसे एक कपूत, रूप प्रति हर
Read Moreए चाँद… रोज़ आते हो गली में खिड़की से झाँककर दिल में लहरें उठाकर निकल जाते हो… तौबा ये इश्क़
Read Moreमैं मनुष्य हूँ मेरा भी जीवन है मानवता का है विचार मेरा अच्छे समाज की परिकल्पना में आगे बढ़ना मैं
Read Moreगरमागरम थपेड़े लू के, पारा सौ के पार हुआ है, इतनी गरमी कभी न देखी, ऐसा पहली बार हुआ है।
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