आहट
वो जो एक हल्की नमकीन सी आहट होती थी ना, तुम्हारे आने की, हाँ , तुम्हारे आने की, वो बस
Read Moreहसरतों का मैंने आज क़त्लेआम कर दिया लाल सुर्ख़ आँखों ने ये पैग़ाम भर दिया कभी बसते थे जो इन
Read Moreगर वर्दी में भी होता दिल किस पर चलता “डंडा” ? ये यक्ष प्रश्न है ! अजब विडम्बना दागी करें
Read Moreदंगल में फिर सामने, कुर्सी के बलवीर छोड रहे है देखिये, नित वाणी के तीर नित वाणी के तीर, गिराते
Read Moreअन्ना जी का अब राज नहींगांधी जी का समाज नहींलोगों की किस्मत फूट गयीये लोकतन्त्र आजाद नहीं दुनिया सायद तुमको
Read Moreपरिंदो सा उड़ता अपने वृक्ष के शाख से टूट कर बिछूड़ा सूखा पत्ता समझता ही नहीं सरहद के मायने या
Read Moreहास्य व्यंग काव्य आज तड़के ही कबरी से मुकालात हो गई निकालने बैठा पसर भर दूध तो घात हो गई
Read Moreकुहरे से ढ़का हुआ आसमान दिखता निश्तेज है ठंड शेष है मथनी मथ रही है आँधियाँ जोर से कब उभरेगा
Read More