कविता : सुलगती सिगरेट
लगाये बैठा है… होंठो पे अपनी वे सुलगती सिगरेट! बगल में अनगिनत टुकड़े गिरे है, धुआँ है! उस कमरे में
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Read More# uri attack # कोयले की मंदम आँच पर,रोटी सेंकती मेरी निरक्षर माँ, जब सुनाती थी किस्सा किसी अनदेखे जवान
Read Moreसोई है सरकार नींद में, क्यूँ कुछ नजर नहीं आता क्यूँ भारत की सीमा पर आतंकी हमला हो जाता ..
Read Moreउड़ी की दुर्दांत घटना ने नींद उड़ाई है, यह आतंकी हमला और कायराना लड़ाई है, अभी भले ही चुप है,
Read Moreउठो जवानों टूट पड़ो ‘ फिर दुश्मन ने ललकारा है घात लगाकर उरी में ‘ धोखे से हमको मारा है
Read Moreदशकों से आतंक को, देश रहा है झेल। सही समय अब आ गया, मेटो इनका खेल।। — करो चढ़ाई पाक
Read Moreकुसूरवार हैंं येे मुँह पर कब तलक ताले रहेंगे नासूर हैं बगल के इन्हें कब तलक पाले रहेंगे। जब भी
Read Moreअनोखा सा है सफर बड़ी लम्बी है डगर मंजिल है बेहद दूर न कुछ भी आता नजर ! खामोश तने
Read Moreआज सारा सोशल मिडीया मोदी जी की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है, 56 इंच सीने की बात कर रहा
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