घास
मैं धरती की बेटी हूँ मुझको कचरा मत समझो समन्दर से लड़ जाऊँगी मुझको कतरा मत समझाे मैं रजनी के
Read Moreवाह रे नई पीढी तूने तो शर्म की परिभाषा ही बदल दी सादगी, सादापन बन गया गवारपन धीरे-धीरे हो रहे
Read Moreराखी की पावन बेला है, भूल न जाना बहिना को. आ पाओ या ना आ पाओ, भूल न जाना बहिना
Read Moreचंदामामा, तुम भी किसी विवाहित बहिन के भाई हो, तभी तो भांजे-भांजियों के मामा कहलाए हो, आज कितने प्यारे लग रहे
Read Moreयह स्नेह सूत्र ज्यों है पवित्र इज्जत रखना सब इष्ट मित्र बहना सबकी ही प्यारी है, वह मेरी या कि
Read Moreगुरुवार- चित्र अभिव्यक्ति आप सभी मनीषियों को पावन रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई सह मंगल शुभकामना…….जय माता दी……. बैठो मत उदास
Read Moreमंगलकामना के साथ रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनाएँ *************************************** सलामती की दुआ मै करती रहूँगी तुम्हारी कलाइयों में रक्षा की राखी,
Read Moreमाँ का आँचल पिता की बाहें, और तुम्हारी गोद भैया। इन्ही सहारों की ताकत से, सीखा चलना धरा पर भैया।
Read Moreप्रवेश निषेध ……………. हाँ थकमका कर ठहर जाता हूँ जब किसी दफ्तर अस्पताल के दरवाजे पर लिखा देखता हूँ अनाधिकार
Read Moreएक बहुत पुरानी कविता हमें कक्षा पांचवीं के हिंदी पाठ्यक्रम में पढाई गयी थी जो बहुत ही मजेदार और प्रेरक
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