कविता की सच्चाई
कई बड़े कवियों को,मंच पर , एक ही गम खा जाता है, कि ‘कविता’ का रंग कैसे, हर महफ़िल में
Read Moreकई बड़े कवियों को,मंच पर , एक ही गम खा जाता है, कि ‘कविता’ का रंग कैसे, हर महफ़िल में
Read Moreएक बार फिर से चल चित्र की भाँति विगत का कुछ धुंधला स्मरण……….. चित्रवत उभरने लगा है जब भी अकेलापन
Read Moreकाश तेरा पता मालूम होता मै एक खत तुम्हारे नाम लिखती जैसे पहले लिखा करती थी वो गुलाब के सूर्ख
Read Moreहै पुरा विश्वास तुमपर करोगी एक दिन नाम रौशन सबका तुम्हारे छोटे हाथो मे कॉपी कलम देख दृढ विश्वास दिलाते
Read Moreआसान तरीका है ये गैरों को अपना बनाने का खुशियाँ बाँटने और पा के मालमाल हो जाने का । धन्य
Read Moreवाह रे शैतान तूने ऐसा खेल खेला, भारत में ब्यभिचारियो का लगा दिया मेला। दिखने में अल्हड फूल सा अवयस्क
Read Moreवक्त से जीत जाना ………………….. बादलों के उपर अम्बर और धरा के मध्य बैठा हूँ एक वातानुकूलित वायुयान में जानता
Read Moreपड़े रहते हैं स्थिर किसी नाले या खड के पानी में पंक्तिवद्ध पत्थर लड़ते हैं हर बार बहाव के आवेग
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