लघुकथा – हमदर्दी
” नहीं… मुझे नहीं चाहिए आपकी हमदर्दी।” नीता की अंतरात्मा पुकार उठी, बॉस की हमदर्दी उसे जहर -सी लगी। ”
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Read Moreवेलेंटाइन डे “हेलो…”“कैसी हो जानू ?”“मैं ठीक हूं, आप आ रहे हैं न आज ?”“सॉरी मेरी जान ! एक जरूरी
Read Moreसम्मान से सम्मान राजेश जी की बचपन से ही बड़ी इच्छा थी कि वे लगातार स्तरीय पत्र-पत्रिकाओं में छपते रहें।
Read Moreलघुकथा क्वालिटी टाइम “दादा जी, आज जबकि संयुक्त परिवार लगातार कम होते जा रहे हैं, वैसे परिवेश में एक ही
Read Moreक्रिकेटफैन फैमिली बचपन से क्रिकेट के लिए पागलपन की हद तक दीवानी है कुसुम. आईपीएल, टी-ट्वेंटी, वन डे या टेस्ट,
Read Moreशिक्षक दिवस पर सब बच्चे अपने अध्यापक को महंगे-महंगे गिफ्ट दे रहे थे। सब बच्चे गिफ्ट लाये थे। पांचवी में
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