कुंडलियाँ छ्न्द
#आधुनिकता नैतिक मूल्यों को रखा, बड़े गर्व से ताक। खूब उड़ाई धूल में, संस्कारों की खाक। संस्कारों की खाक,
Read More#आधुनिकता नैतिक मूल्यों को रखा, बड़े गर्व से ताक। खूब उड़ाई धूल में, संस्कारों की खाक। संस्कारों की खाक,
Read Moreमन में विश्वास लिए करते प्रयास रहें, मुख न मलिन करें स्वाद चखें जीत का। जीत का जुनून चढ़े और
Read Moreनमामि मात शारदे, नमामि मात शारदे। विनाश काम क्रोध मोह लोभ मात मार दे। सदैव सत्य लेखनी लिखे डरे
Read Moreचाँदनी चमक लिए,चाहने की चाह लिए दिल में चाहत भरा,क्यों लिये चल रहीं। बाल तेरे काले काले,चाल तेरे हैं निराले
Read Moreचारा खाकर के चले, लालू भइया जेल रबड़ी भउजी सिसकतीं, कब तक होगी बेल कब तक होगी बेल,उधर तेजस्वी भइया
Read Moreबबुवा हारे अब तलक, ‘उन्तिस’ बार चुनाव चमचे फिर भी चहकते, जैसे ऊद बिलाव जैसे ऊद बिलाव, तनिक देखो बेशर्मी
Read Moreअपना भारत देश जो,लगे सुरक्षित आज। हर पल सेवारत् रहें,दृढ़ता से जांबाज। दृढ़ता से जांबाज,रहें जल-थल-अंबर में। तब जाकर सुख-चैन,प्राप्त
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