“कुछ तो बता”
क्या किया किसने किया यह क्यूँ किया, कुछ तो बता घर जला उसे सह लिया पर क्यूँ जला कुछ तो
Read Moreक्या किया किसने किया यह क्यूँ किया, कुछ तो बता घर जला उसे सह लिया पर क्यूँ जला कुछ तो
Read Moreजब आँगन में मेघ निरंतर झर-झर बरस रहे हों ऐसे में दो विकल हृदय मिलने को तरस रहे हों जब
Read Moreभला क्या हासिल ? साफ़ कर लो भले तुम घर ‘ गली ‘ मोहल्ल्ले को जब तलक साफ़ ना हो
Read Moreफिर आया नववर्ष भूल जाओ जो बीता. धूल झाड़ के ख्वाबों को बाहों में भर लो. हरे-भरे बागानों को राहों
Read Moreचलो देखें नई-नई सुबूह को गज़़र कहता है क्या? स्वर्णिम घटा फैलाएगी पहली किरण सूरज की जब अँगड़ाइयाँ लेंगे विहग
Read Moreतुझे खोजूं कहां ओ मेरी मातरम भूल सकती न मैं, तुझको सौ-सौ जनम मेरा जीवन है सूना तुम्हारे बिना दुख
Read Moreहर हाल में गुज़रते रहे, कारवाँ यहाँ; मायूस मन हुए भी हो क्यों, माज़रा है क्या ! तारे सितारे
Read Moreआए कहाँ हैं आफ़ताब, रोशनी लिए; रूहों की कोशिका के दिये, झिलमिले किए ! मेघों की मंजु माला, अभी
Read Moreमाँगता तुमसे नहीं मैं, विश्व की निधियाँ पुरानी/ क्या करूँगा प्यार में लेकर, मैं तुमसे इक निशानी/ हो सके तो
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