हाइकु – होली
1 फागुन आयाखिले टेसू के फूलकब आओगे2होली के गीतपिया हैं परदेशउमंग नहीं3लाल गुलालसजनी का इशारामस्त है होली। — निर्मल कुमार
Read More1 फागुन आयाखिले टेसू के फूलकब आओगे2होली के गीतपिया हैं परदेशउमंग नहीं3लाल गुलालसजनी का इशारामस्त है होली। — निर्मल कुमार
Read Moreजो देखोगे ऐसे,बढ़ती धड़कन है,गुजरेंगे फिर कैसे? नज़रें तो मिलने देमेंरी आँखों मेंसपने तो पलने दे। सपनो का क्या बोलोजागी
Read Moreचंद हाइकु 1. चुप रहना कुछ मत कहना कर दिखाना। ———– 2. अकेला तू ही बदलेगा दुनिया शुरु तो कर।
Read Moreकितना अकेला है ऊपर वाला;जगत जिसका है इतना अलवेला! बिना बात का रचा खेला;लग गया यहाँ मेला! ना कुछ लगाया
Read More