रिम-झिम करता सावन आया
रिम-झिम करता सावन आया। गरमी का हो गया सफाया।। उगे गगन में गहरे बादल, भरा हुआ जिनमें निर्मल जल, इन्द्रधनुष
Read Moreरिम-झिम करता सावन आया। गरमी का हो गया सफाया।। उगे गगन में गहरे बादल, भरा हुआ जिनमें निर्मल जल, इन्द्रधनुष
Read Moreअंतर्राष्ट्रीय जनसंख्या दिवस पर विशेष काव्य रूपक लड़के- अपने आंगन में होंगे दस मुन्ना-मुनिया फिर चाहे रोए-हंसे सारी दुनिया होंगे
Read Moreसोच सोच बचपन की बातें, दादा को लग रहा खराब। कहते हैं वह, जब छोटे थे, बाल पुस्तकें पढ़ते थे।
Read Moreसावन सूखा बीत न जाये। नभ की गागर रीत न जाये।। कृषक-श्रमिक भी थे चिन्ताकुल। धान बिना बारिश थे व्याकुल।।
Read Moreमैं हूँ नन्हा-मुन्ना बच्चा दिल का हूँ सच्चा-बच्चा पिता मेरे जीवन का आधार खुशियों से भरा पूरा परिवार माँ हरकदम
Read Moreबुरा न देखो, बुरा सुनो ना, बुरा न बोलो बोल रे, वाणी में मिसरी तो घोलो, बोल-बोल को तोल रे।
Read Moreप्रिय बच्चो, सदा खुश रहो, कविता लिखना सीखने के इस क्रम में हम आपको केवल कविता द्वारा अनेक विषयों पर
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