मछली कैसे जीती जल में
मछली कैसे जीती जल में, टीचर से पूछूँगी कल मैं। जीना चाहूँ जो मैं जल में, जान सकूँगी
Read Moreमछली कैसे जीती जल में, टीचर से पूछूँगी कल मैं। जीना चाहूँ जो मैं जल में, जान सकूँगी
Read Moreडंकी के ऊपर चढ़ बैठा, जम्प लगाकर मंकी, लाल। ढेंचूँ – ढेंचूँ करता डंकी, उसका हाल हुआ बेहाल। पूँछ
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) मां मुझको तू कृष्ण बना दे, देश प्रेम की लगन लगा दे, छोटा-सा पीताम्बर
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) धन्यवाद हे आनंददाता, शक्तिदाता, दयानिधान, हे सुखदायक धन्यवाद है, सृष्टि के मालिक भगवान. तुम
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) सर्वशक्तिमान दाता, प्रेममय संसार दो, वाणी में हो मधुरता, मन में मृदुलता-सार हो.
Read More(बाल काव्य सुमन संग्रह से) शारदे मां, शारदे मां, हमको अपना प्यार दे मां, बल-बुद्धि-विद्या-ज्ञान-दान दे, भव से हमको तार
Read Moreहड्डी एक बड़ी ले मुंह में, कुत्ता एक बहुत हर्षाया, कहीं अकेले में खाने की, मन में ठान नदी पर
Read Moreएक शिकारी एक पेड़ पर, कबूतरों को देख लुभाया, झटपट दाने डाल वहीं पर, उसने अपना जाल बिछाया. जाते देख
Read Moreहाथी एक रोज़ जाता था, पास एक दर्ज़ी के, दर्ज़ी उसको रोटी देता, हाथी करता ”नमस्ते”. एक बार दर्ज़ी ने
Read Moreभेड़ चराने वाला रामू, करता था मनमानी, एक बार मज़ाक करने की, उसने मन में ठानी. ”आया भेड़िया मुझे बचाओ”,
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