पहेलियाँ – १०
(1) बाइस डंडों से पिटती है वह भी पूरे घंटे भर दो-दो जाल बिछाये जाते कितना लगता होगा डर उत्तर
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Read More१. बसंत ऋतु बसंत की फिर आयी है बागों में खुशियाँ लायी है जाड़ा भागा, तितली गाती मेरे मन को
Read Moreमन को बहुत लुभाने वाली, तितली रानी कितनी सुन्दर। भरा हुआ इसके पंखों में, रंगों का है एक समन्दर।। उपवन
Read Moreचिड़िया रानी फुदक-फुदक कर, मीठा राग सुनाती हो। आनन-फानन में उड़ करके, आसमान तक जाती हो।। मेरे अगर पंख होते
Read Moreमुश्किल हैं विज्ञान, गणित, हिन्दी ने बहुत सताया है। अंग्रेजी की देख जटिलता, मेरा मन घबराया है।। भूगोल और इतिहास
Read Moreप्रिय बच्चो, नव वर्ष 2017 की हार्दिक शुभकामनाएं, नया साल शुरु हो चुका है और हमारे लिए प्यारा-प्यारा संदेश
Read Moreजागो भैया अभी समय है, वर्ना तुम भी जी न सकोगे। गंगा का पानी दूषित है, गंगाजल तुम पी न
Read Moreसूरज दादा कहाँ गए तुम, काह ईद का चाँद भए तुम। घना अँधेरा, काला – काला, दिन निकला पर
Read Moreकाननवन में एक सियार रहता था. उस का नाम था सेमलू. वह अपने साथियों में सब से तेज व चालाकी
Read Moreपरम् आदरणीय अध्यक्ष नगर व्यापार मंडल पुवायां अध्यक्ष नगरपंचायत पुवायां नगर से उपस्थिति सम्भ्रान्त नागरिकों अभिभावक बन्धुओं विद्यालय के प्रधानाचार्य
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