हम तुम….कल और आज
कल और आज हम तुम जब पहली बार मिले थे, अजनबी से।देखा एक दूजे को और मन को भा गये।
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Read Moreआज सुबह उठते ही एक वाक्य पढ़ने को मिला- “चेतना यूं ही नहीं जगती, जगानी पड़ती है. कोशिश करते रहिए.”
Read Moreआवश्यकता आविष्कार की जननी है। इसका आशय यह नहीं है कि, मनुष्य जैसा चाहे वैसा आविष्कार कर सकता है। कोई
Read Moreबुजुर्गों की सीख कितनी लाभदायक होती है, शायद हम में से हर एक जानता होगा! जन्मते ही माता-पिता, बड़े भाई-बहिन
Read Moreमकर संक्रांति हमारा प्यारा त्यौहार है। हल्की हल्की ठंड का गुलाबी मौसम। रंग बिरंगी पतंगों से सजा आकाश। एक तो
Read Moreजाॅब के बाद ऋषि पहली बार घर आ रहा था..। कुछ छःमहीने ही हुए होंगे किन्तु लग रहा था कि
Read Moreकहते है न कि बच्चों को जैसा माहौल घर में मिलता है, उनके भविष्य में उसकी छाप ज़रूर दिखती है।
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