नई दुनिया
चलो एक नई दुनिया बसाएं, जहां प्यार-ही-प्यार हो वैर नहीं, जहां सब अपने हों गैर नहीं. जहां संवाद हो विवाद
Read Moreजागरूकता, प्रगतिशीलता, समानता, स्वतंत्रता रह जाते केवल नारे हैं अंधविश्वास, परंपराओं, समाज व धर्म से जो हारे हैं किनारे पर
Read More